जीरादेई

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याद किये गए पूर्व कैप्टन स्व हरिकीर्ति सिंह ।
वैदिक रीतिरिवाज से की गई पूजा अर्चना । पुरुषोत्तम श्री राम की तरह पूज्य है बड़े भाई । पूर्व न्यायमूर्ति सामाजिक व राष्ट्र सेवा में समर्पित रहते थे हरि भैया । आईएएस विमल माता पिता की सेवा ही नारायण सेवा ।राहुल लगाया गया फलदार पौधा । जीरादेई । प्रखंड क्षेत्र के नरेन्द्रपुर गांव में गुरुवार को पूर्व कैप्टन स्व हरिकीर्ति सिंह के प्रथम पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में वैदिक रीतिरिवाज से पूजा अर्चना कर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किया गया । 1942 के अमर शहीद उमाकांत सिंह के भतीजा पूर्व कैप्टन स्व हरिकीर्ति सिंह सामाजिक दायित्वों का पूर्णतः पालन करते थे तथा अपने भाइयों से भगवान श्रीराम की तरह प्रेम करते थे । हरिकीर्ति बाबू भी चार भाई है इनके दूसरे भाई शिवकीर्ति सिंह सुप्रीम कोर्ट में जज है ,तीसरे भाई विनय कीर्ति सिंह पटना उच्च न्यायायलय में वरीय अधिवक्ता है तथा चौथे भाई विमल कीर्ति सिंह आईएएस है । हरिकीर्ति बाबू के पिता पटना उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायमूर्ति स्व शम्भू प्रसाद सिंह थे जो आज भी क्षेत्र में जज साहब के नाम से जाने जाते है । सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति सह चेयरमैन ( टी डी एस ए टी ) शिवकीर्ति सिंह ने कहा कि बड़े भाई हरि भैया पुरुषोत्तम श्रीराम की तरह पूज्य है तथा इनके सानिध्य में हम सभी भाई पढ़ाई -लिखाई तथा राष्ट्रसेवा की भाव सीखे ।उन्होंने कहा कि भैया को असमय चले जाना दुःखत है पर उनका आदर्श हम सबों के लिए प्रेरणादायक है । आईएएस विमल कीर्ति सिंह ने कहा कि सामाजिक व राष्ट्र सेवा में समर्पित रहते थे हरि भैया तथा हमारे परिवार के मजबूत स्तम्भ थे ।उन्होंने कहा कि इनके आदेश को हम सभी भाई श्री राम के आदेश की तरह पालन करते थे तथा आज भी इनके बताये रास्ते पर चलने के लिए संकल्पित है । पटना उच्च न्यायायलय के वरीय अधिवक्ता विनय कीर्ति सिंह ने कहा कि बड़े भैया परिवार व समाजहित के लिए जो सपने देखे थे उसे पूरा करना हम सभी का दायित्व व कर्तव्य है । हरिकीर्ति सिंह के बड़े पुत्र युवा समाजसेवी राहुल कीर्ति सिंह ने कहा कि जीवन -मरण शास्वत सत्य है पर पिता का सानिध्य मिलते रहना किसी ईश्वरीय कृपा से कम नहीं है । श्री सिंह ने कहा कि माता -पिता का सेवा ही नारायण सेवा है यह अवसर भाग्यशाली व पुण्यवान व्यक्ति को ही मिलता है ।उन्होंने बताया कि पिता जी के प्रथम पुण्य तिथि के दो दिन पूर्व से ही सनातन परंपरा के अनुरूप पितरों का पूजा अर्चना हुआ तथा फलदार पौधारोपण किया गया तत्पश्चात भंडारे का आयोजन किया गया । अंशुमन सिंह ,शशांक सिंह,रोहित कीर्ति सिंह , संजय सिंह, पंचशील के सचिव कृष्ण कुमार सिंह, अरविंद सिंह, राममनोहर सिंह ,अशोक सिंह , वृजनन्दन सिंह , प्रदीप ओझा ,बलवंत कुमार, गोलू कुमार, जे पी सिंह ,मनीष कुमार आदि ने भी पुष्प अर्पित किया किया ।

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