जीरादेई

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शांति व करुणा के संदेशवाहक थे महामोगलान ।जीरादेई प्रखण्ड क्षेत्र के तीतिर स्तूप पर सोमवार को भगवान बुद्ध के परम शिष्य महामोगलान को याद कर उनके प्रति श्रद्धासुमन अर्पित किया गया ।सिवान तीतिर स्तूप बौद्ध बिहार विकास मिशन के सदस्यों ने त्रिरत्न का पाठ कर अग्रहायण अमस्या को महामोगलान के आदर्शो पर चल शांति व करुणा के संदेशों को जन जन तक पहुचाने का संकल्प लिया ।मिशन के सदस्य कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि महामोगलान आजीवन तथागत के संदेशों को लोगों के बीच ले जाने का काम किये तथा बुद्ध के अष्टांगिक मार्ग को आत्मसात किये । श्री सिंह ने बताया कि तीतिर स्तूप भगवान तथागत के पूर्वजन्म का सूचक है जिसका वर्णन ह्वेनसांग ने अपनी यात्रा वृतांत में किया है इसलिए यह स्थल बुद्ध अनुयायियों के लिए बहुत पवित्र है ।उन्होंने बताया कि यहाँ देश विदेश के बौद्ध भिक्षुक पूजा अर्चना करते है ।इस मौके पर बौद्ध उपासक व मिशन के सदस्य क्रमशः बलिंद्र सिंह ,प्रमोद शर्मा , वीरेंद्र तिवारी ,सचिन्द्र दुबे ,मनीष दुबे , शशि कुमार ,आलोक चौबे, अनुज सिंह ,माधव शर्मा ,हरिशंकर चौहान,अंकित मिश्रा, प्रकाश सिंह आदि उपस्थित थे ।

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