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लेखक की निधन से शोक की लहर । दर्जनों पुस्तक के लेखन किये थे डॉ फणीश सिंह । कौमी एकता संदेश के सम्पादक रहे ।
जीरादेई प्रखण्ड क्षेत्र के नरेंद्र पुर निवासी 1942 के अमर शहीद उमाकांत सिंह के भतीजा डॉ फणीश सिंह का निधन बुधवार की सुबह हो गया ।पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैल गयी । पैतृक गांव नरेंद्रपुर में क्षेत्रीय जन ने उनका अंतिम दर्शन किया तथा अंतिम संस्कार सोनपुर में गंगा तट पर गुरुवार को किया जायेगा ।डॉ फणीश सिंह दर्जनों पुस्तक का लेखन किये तथा कौमी एकता संदेश के संपादक रहे ।उनका जन्म 15 अगस्त 1941 को ग्राम नरेन्द्रपुर जिला सिवान में हुआ था ।15 वर्ष की आयु में प्रयाग हिंदी साहित्य सम्मेलन से ‘विशारद ‘की परीक्षा पास की ।ततपश्चात एम .ए ,बी .एल करने के बाद पटना उच्च न्यायलय में 1967 से वकालत आरम्भ की ।छात्र जीवन से ही हिंदी से अनुराग था और इनके अनेक लेख पत्र -पत्रिकायें प्रकाशित हुए । भारतीय प्रतिनिधि के रूप में 19 83 में मास्को और 1986 में कोपेनहेगन विश्व -शांति सम्मेलन में शामिल हुए ।अखिल भारतीय शांति परिषद के सदस्य के रूप में चीन की यात्रा की ।अब तक 5 महाद्विपों के 65 देशों की यात्रा कर चुके हैं जिसमें सारा यूरोप ,अमेरिका ,जापान आदि शामिल है ।यात्राओं के क्रम में रेडक्रॉस सोसाइटी में सामाजिक कार्य के लिए जेनेवा गये ।अपनी पुस्तक गोर्की और प्रेमचंद के कथा -साहित्य के लेखन के सम्बंध में गोर्की के गांव रूस के निजनिंवगिरोड गये तथा अपनी पुस्तक ‘ दक्षिण पूर्व एशिया पर भारतीय संस्कृति का प्रभाव ‘के लिए दक्षिण पूर्व एशिया के 12 देशों की गहन यात्रा की ।अंतराल में पीएचडी करने के बाद लेखन में सक्रिय रहे ।अबतक भारतीय ज्ञानपीठ ,राजकमल प्रकाशन एवं वाणी प्रकाशन से इनकी एक दर्जन से अधिक पुस्तकें प्रशकित हुई है ।भारतीय सांस्कृतिक सम्बद्ध परिषद के सलाहकार समिति के सदस्य ए आई पी एस ओ के बिहार राज्य परिषद के महासचिव और राज्य की अनेक सांस्कृतिक संस्थाओं के पदाधिकारी तथा ‘कौमी एकता संदेश ‘के संपादक थे ।इनके पुत्र राजीव रंजन सिंह जर्मनी में कार्यरत है तथा छोटे पुत्र संजीव कुमार सिंह नरेन्द्रपुर परिवर्तन के संस्थापक है तथा अनेक शिक्षण संस्थान व सामाजिक संस्थाओं का संचालन करते है ।इनके निधन पर सिवान सांसद कविता सिंह ने कहा कि फणीश बाबू सामाजिक परिवर्तन के पुरोधा ,लेखक ,तथा अधिवक्ता थे तथा बचपन से ही इनमें राष्ट्र प्रेम भरा हुआ था । स्थानीय विधायक रमेश सिंह कुशवाहा ,विधान पार्षद डॉ वीरेंद्र नारायण यादव ,विधान पार्षद केदार नाथ पांडेय ,पूर्व विधायक डॉ टीएन सिंह ,सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायधीश शिवकीर्ति सिंह ,आई ए एस विमल कीर्ति सिंह , वरिष्ठ पत्रकार व संपादक स्वयं प्रकाश , जदयू नेता अजय सिंह ,राहुल कीर्ति सिंह ,सुनील कुमार सिंह ,मंटू शाही , पंचशील के सचिव कृष्ण कुमार सिंह ,प्रखण्ड प्रमुख पुष्पा देवी , सिवान जिला परिषद अध्यक्ष संगीता यादव ,पूर्व विधायक अमर नाथ यादव , वरीय अधिवक्ता मनीष प्रसाद सिंह ,दुर्गा प्रताप उर्फ पप्पू सिंह ,भाजपा नेता राजीव कुमार उर्फ बिट्टू सिंह , राष्ट्र सृजन अभियान के राष्टीय सचिव ललितेश्वर कुमार , आलोक कुमार सिंह ,पूर्व मुखिया संजीव कुमार उर्फ मुन्ना सिंह , डॉ जीतेश सिंह , रामप्रवेश सिंह ,मनोरंजन सिंह ,अवकाश प्राप्त दारोगा अमरेंद्र सिंह ,सुड्डू सिंह ,डॉ अजित सिंह ,डॉ ओमप्रकाश ,संजय सिंह ,रामेश्वर सिंह सेतीका सिंह , हरिकांत सिंह,विकास सिंह आदि ने गहरी संवेदना व्यक्त किया ।

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