भगवान बुद्ध ने महिला शसक्तीकरण को मजबूत किया ।
आज से 26 सौ वर्ष पूर्व भी नारी शिक्षा जोरो पर था जिसका जनक भगवान बुद्ध थे । भगवान बुद्ध ने जिस नारी विद्यालय की स्थापनाकि किये थे उसमें सभी जाति की महिलाएं शिक्षा ग्रहण करती थी व शिक्षिका भी थी । राजा की पत्नी से लेकर अभिवंचित वर्ग की महिला तक थी ।जिसमें महा प्रजापति , राजा बिम्बिसार की पत्नी खेमा ,महिषी विशाखा ,धर्माधिना, उतपलवर्णा,पात्रचारा आदि उस समय की विख्यात अध्यापिका थी ।हालांकि इसके पूर्व भी शिक्षित महिलाओं का नाम आता है पर उसमें सभी वर्ग की महिलाएं नहीं थी केवल राजा व ऋषि पुत्रियां ही शामिल है । ये नई बात नहीं है सदैव समय ,काल व परिस्थिति के अनुरूप सामाजिक बदलाव होते रहता है जैसे आज भी हो रहा है व आगे भी होगा ।